प्यार का अनोखा रंग

कमल कीचड़ से कैसे हो दूर  कमल को तो है कीचड़ में ही खिलना  तने को रखे है भले मुझसे दूर  पर बाह फैलाए जकड़ी है मुझे  जब - जब आती त...
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अब तू ही तू है

!!!! तुम रूबरू जो हो गये हो मेरे से !!!!  हमको ना जाने क्या हो गया  आँखो से ये दिल धड़का रहे हो जो सीखे कहा से ये जादू नया  साय...
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मेरे प्रियवर

चाहे मैं रहु जहां या मैं रहु ना रहु  तेरे मेरे प्यार की उम्र सलामत रहे  चाहे ये जमी आसमाँ रहे ना रहे  तेरे मेरे प्यार की उम्र सल...
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